शुक्रवार, 14 अगस्त 2009

रात का सपना

रात सपने में गांधीजी आये थे खून से लथ पथ मैंने पुछ लिया की ऐसा कैसे हो गया आपको तो बस ३ गोली लगी थी , तो वो बोले की आज महंगाई ने जिस्म को चलनी कर दिया है । आजकल रोज एक गोली यमराज मारता है कहता है क्या यही भारत आजाद कराया था जहाँ रोज एक आदमी मरता है । मैं घबरा गया और उठ बैठा फी महगाईं पर नजर डाली तो पाया की तेल ८० रूपी किलो था । मुझे कांगेरस का नारा यद् आया जो ७० के दसक में दिया गयाथा रोज की है रेलम पेल१० का है करुवा तेल । उस समय मोरार जि देसाई की सरकार थी । फ़िर मेरी समझ में आया की गाँधी इतना खून से लथ पथ क्यूँ हैं । मैं मौन हो गया और एक गहरा सन्नाटा चा गया

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